मनदीप कौर ने अपने पति को अंतिम सलामी देने के बाद कहा कि उनके लिए उनके पति मनदीप सिंह अभी भी जिंदा हैं और आगे भी रहेंगे। उन्होंने अपने अटूट साहस का उदाहरण देते हुए अपने दोनों बेटों को सेना में भेजने की बात कही।
शहीद को अंतिम विदाई देता परिवार
शहीद की पत्नी मंदीप कौर ने अपने पति को अंतिम सलामी देने के बाद कहा कि वह अपने पति से खुश हैं कि उन्होंने देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी। उनके लिए मंदीप सिंह जिंदा है और जिंदा रहने के लिए आगे बढ़ सकता है। उसका पति उसके लिए अमर है। शहीद की पत्नी मंदीप कौर ने अपने अटूट साहस का उदाहरण देते हुए कहा कि उनके दो बेटे हैं। वह उनमें से प्रत्येक को भारतीय सेना में भेजने जा रही है। दोनों बेटे अपने पिता शहीद मंदीप सिंह की तरह देश की रक्षा करेंगे।
उसने कहा कि वह अपने पति की शहादत से खुश है। इसके साथ ही मैं यह कहना चाहता हूं कि उनके लिए यह एक ऐसी क्षति है जिसकी भरपाई कभी नहीं हो सकती। शहीद नायक मंदीप सिंह की पत्नी मंदीप कौर ने कहा कि मेरे लिए मेरे पति अब भी जिंदा हैं। मेरे एक-एक बेटे मेरी शक्ति में बदलेंगे और उन्हें सेना में भेजकर मैं अपने शहीद पति की इच्छाओं को पूरा करूंगा। उन्होंने कहा कि मैं अपने पति की शहादत का सम्मान करती हूं। जिन्होंने देश की सुरक्षा में अपने प्राणों की आहुति देकर अपनी सैन्य ड्यूटी को अंजाम दिया।
मां ने कहा- मुझे शहीद की मां का दर्जा दिया जाता था
शहीद नायक मंदीप सिंह की मां मंजीत कौर ने नम आंखों से कहा कि तीन साल पहले उनके पति का निधन हो गया था। वह उस सदमे से अभी तक उबर नहीं पाई थी कि उसके कलेजे का एक टुकड़ा उसकी मातृभूमि पर बलिदान कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि बेटे के जाने का बहुत दुख है, लेकिन उन्हें इस बात का भी गर्व है कि उन्होंने देश की सुरक्षा में अपने प्राणों की आहुति देकर मुझे एक शहीद की मां का दर्जा दिया है।
पाकिस्तान चाहता है एक और सर्जिकल स्ट्राइक – कुंवर विक्की
शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविंदर सिंह विक्की ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद के कारण हमारे जवान शहीद हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर में अब तक जितने जवान शहीद हुए हैं, वे 1965 और 1971 के युद्धों में भी नहीं थे। इसके बाद सरकार को आतंकवाद के हुड को कुचलने के लिए ठोस नीति बनानी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक नहीं की जाती, इन शहीदों की आत्मा को शांति नहीं मिलेगी।
मनदीप कौर ने अपने पति को अंतिम सलामी देने के बाद कहा कि उनके लिए उनके पति मनदीप सिंह अभी भी जिंदा हैं और आगे भी रहेंगे। उन्होंने अपने अटूट साहस का उदाहरण देते हुए अपने दोनों बेटों को सेना में भेजने की बात कही।
शहीद की पत्नी मंदीप कौर ने अपने पति को अंतिम सलामी देने के बाद कहा कि वह अपने पति से खुश हैं कि उन्होंने देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी। उनके लिए मंदीप सिंह जिंदा है और जिंदा रहने के लिए आगे बढ़ सकता है। उसका पति उसके लिए अमर है। शहीद की पत्नी मंदीप कौर ने अपने अटूट साहस का उदाहरण देते हुए कहा कि उनके दो बेटे हैं। वह उनमें से प्रत्येक को भारतीय सेना में भेजने जा रही है। दोनों बेटे अपने पिता शहीद मंदीप सिंह की तरह देश की रक्षा करेंगे।
उसने कहा कि वह अपने पति की शहादत से खुश है। इसके साथ ही मैं यह कहना चाहता हूं कि उनके लिए यह एक ऐसी क्षति है जिसकी भरपाई कभी नहीं हो सकती। शहीद नायक मंदीप सिंह की पत्नी मंदीप कौर ने कहा कि मेरे लिए मेरे पति अब भी जिंदा हैं। मेरे एक-एक बेटे मेरी शक्ति में बदलेंगे और उन्हें सेना में भेजकर मैं अपने शहीद पति की इच्छाओं को पूरा करूंगा। उन्होंने कहा कि मैं अपने पति की शहादत का सम्मान करती हूं। जिन्होंने देश की सुरक्षा में अपने प्राणों की आहुति देकर अपनी सैन्य ड्यूटी को अंजाम दिया।
मां ने कहा- मुझे शहीद की मां का दर्जा दिया जाता था
शहीद नायक मंदीप सिंह की मां मंजीत कौर ने नम आंखों से कहा कि तीन साल पहले उनके पति का निधन हो गया था। वह उस सदमे से अभी तक उबर नहीं पाई थी कि उसके कलेजे का एक टुकड़ा उसकी मातृभूमि पर बलिदान कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि बेटे के जाने का बहुत दुख है, लेकिन उन्हें इस बात का भी गर्व है कि उन्होंने देश की सुरक्षा में अपने प्राणों की आहुति देकर मुझे एक शहीद की मां का दर्जा दिया है।
पाकिस्तान चाहता है एक और सर्जिकल स्ट्राइक – कुंवर विक्की
शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविंदर सिंह विक्की ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद के कारण हमारे जवान शहीद हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर में अब तक जितने जवान शहीद हुए हैं, वे 1965 और 1971 के युद्धों में भी नहीं थे। इसके बाद सरकार को आतंकवाद के हुड को कुचलने के लिए ठोस नीति बनानी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक नहीं की जाती, इन शहीदों की आत्मा को शांति नहीं मिलेगी।